नई दिल्ली। दिल्ली से पटना और रांची वापस आने के लिए परेशान हो रहे लोगों के लिए राहत भरी खबर है। रेलवे मंगलवार से 15 शहरों के लिए ट्रेनों का संचालन शुरू करने जा रहा है। इसमें पटना और रांची भी शामिल हैं। अप और डाउन मिलाकर 30 जोड़ी रेलगाडि़यां हर रोज चलाई जाएंगी। इसके लिए आज (सोमवार) शाम चार बजे से टिकट की बुकिंग शुरू होगी।
12 मई से क्या सभी ट्रेनें चलेंगी-
रेल मंत्रालय भारत सरकार की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी में बताया गया है कि ये ट्रेनें स्पेशल ट्रेन के रूप में नई दिल्ली स्टेशन से डिब्रुगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुवनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी के लिए चलेंगी।
कहाँ और कैसे करे बुकिंग-
इन विशेष ट्रेनों के लिए सोमवार शाम चार बजे से बुकिंग शुरू की जाएगी। सिर्फ आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर ये बुकिंग हो सकेगी। रेलवे स्टेशनों पर टिकट बुकिंग काउंटर पूरी तरह बंद रहेंगे। इन ट्रेनों के लिए काउंटर टिकट की बिक्री बिल्कुल नहीं होगी। प्लेटफार्म टिकट भी नहीं मिलेंगे।
स्पेशल ट्रेन का किराया कितना है?
इन स्पेशल ट्रेनों में राजधानी के बराबर ही किराया होगा। कारण यह भी है कि सभी ट्रेनों में सिर्फ एसी कोच ही लगे होंगे। इसका सीधा असर सफर कर रहे यात्री की जेब पर पड़ेगा। लॉकडाउन के दौरान जिस भी यात्री को सफर करने की जरूरत होगी उसे ज्यादा पैसा खर्च करना होगा।
क्या श्रमिक स्पेशल ट्रेनों संचालन बंद हो जाएगा-
भारतीय रेलवे कोरोना वायरस देखभाल केंद्रों के लिए 20,000 कोचों को आरक्षित करने के बाद उपलब्ध कोचों के आधार पर नए मार्गों पर और अधिक विशेष सेवाएं शुरू करेगा। इसके अतिरिक्त श्रमिक स्पेशल के तौर पर 300 ट्रेनों के के संचालन के लिए भी कोचों को अलग से आरक्षित किया जाएगा।
कम पैसे में घर कैसे जाएंगे?
मजदूरों, कामगारों और अन्य जरूरतमंदों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनें पहले की तरह चलती रहेंगी और मजदूरों को बिना किराया लिए ही उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा। तत्काल या प्रीमियम तत्काल जैसे टिकट इसमें नहीं मिलेंगे। मतलब कि हर हाल में समय पर टिकट कटाना होगा। ज्यादा पैसा देकर तत्काल टिकट कटाने के भरोसे नहीं रहें।
क्या वेटिंग टिकट वाले भी यात्रा कर पाएंगे-
केवल वैध कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशनों में प्रवेश करने की अनुमति होगी। यात्रियों को चेहरा ढंकना अनिवार्य होगा और प्रस्थान के समय स्क्रीनिंग से गुजरना होगा और केवल यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी।
हर जगह नहीं रुकेगी ट्रेन-
स्पेशल ट्रेनों में पैंट्री कार की सुविधा नहीं होगी। गंतव्य तक जल्दी पहुंचने और अव्यवस्था से बचने के लिए ये ट्रेनें केवल सीमित स्टेशनों पर ही ट्रेन रुकेगी।
सावधानी बरतें यात्री-
फेस मॉस्क पहनने वाले को ही प्लेटफॉर्म पर जाने को मिलेगा, स्क्रीनिंग भी होगी
बुखार, सर्दी-जुकाम के संदिग्ध लक्षण वाले यात्रियों को इजाजत नहीं दी जाएगी
यात्रियों को कम से एक घंटे पहले स्टेशन पहुंचना होगा
आरोग्य सेतु मोबाइल एप डाउनलोड करना अनिवार्य होगा स्क्रीनिंग
कंबल या चादर नहीं दी जाएगी यात्रियों को सफर के दौरान
कोच के अंदर एसी का तापमान भी एक निश्चित डिग्री पर होगा
नहीं मिलेगी ये सुविधाएं-
अधिकारियों ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से रोकने के लिए इन ट्रेनों में यात्रा करने वालों को कंबल, चादर और तौलिया आदि नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों में वातानुकूलन के लिए विशेष नियम होंगे। तापमान सामान्य दिनों के मुकाबले थोड़ा ज्यादा रखा जाएगा और डिब्बों के भीतर ज्यादा से ज्यादा ताजा हवा की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। स्टेशनों पर टिकट बुकिंग खिड़की बंद रहेगी, प्लेटफॉर्म टिकट सहित कोई काउंटर टिकट जारी नहीं होगा।
स्क्रीनिंग के बाद ही प्लैटफॉर्म पर मिलेगी एंट्री-
रेलवे ने ट्रेन शुरू करने के साथ ही स्पष्ट किया है कि कोरोना को रोकने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। रेलवे की ओर से कहा गया है कि यात्रियों के लिए प्रस्थान बिंदु पर मास्क पहनना और स्वास्थ्य जांच अनिवार्य होगा, सिर्फ उन्हीं लोगों को ट्रेन में चढ़ने की अनुमति होगी जिनमें वायरस से संक्रमण के कोई लक्षण नजर नहीं आएंगे।
भारत के रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट में लिखा है, रेलवे बारी-बारी से पैसेंजर ट्रेन चलाने के बारे में सोच रहा है। इसे 12 मई से शुरू किया जा सकता है। शुरू में 15 जोड़ी स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी। ये ट्रेन नई दिल्ली से शुरू होंगी और देश के अलग-अलग स्टेशनों तक जाएंगे। स्पेशल ट्रेन की बुकिंग 11 मई दिन सोमवार से 4 बजे शाम से शुरू होगी। इससे पहले रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्य सरकारों से अपील की कि वे अपने यहां ट्रेन भेजने की इजाजत दें ताकि अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का बंदोबस्त हो सके।